Table of Contents
Best usefully buddha thoughts 2021 gutam buddha suvichar gautam buddha quotes in hindi
गौतम बुद्ध के विचार Buddha thoughts जानेगे। हम गौतम बुद्ध के quotes on life by buddha में जानेगे की गौतम बुद्ध के जीवन के बारे में क्या विचार हैं तथा हम गौतम बुद्ध की प्रेरक कहानी भी जानेगे तथा आप buddha thoughts in english वा बुद्ध थोट्स इन हिन्दी buddha thoughts in hindi , buddha quotes on life भी आज आप जानेगे
- बौद्ध विचार क्या है/ what is buddha thoughts?
बुद्ध कहते हैं , ईश्वर को मत मानना शास्त्र कहते हैं मनना तब जब देख लो, ” बौद्ध कहते हैं इसलिए भी मत मानना क्योंकि मैं कहता हूं मान लोगे तो चूक जाओगे ‘देखना, दर्शन करना, दर्शन ही मुक्तिदयी है।
मान्यताएं हिंदू बना देती हैं मुसलमान बना देतीं हैं।ईसाई बना देती हैं, जैन बना देती हैं ,बौद्ध बना देती हैं।दर्शन तुम्हें परमात्मा के साथ एक कर देता है फिर तुम ना हिंदू हो ,ना मुसलमान हो, ना जैन हो ,ना बौद्ध फिर तुम परमात्मय हो। और वही अनुभव पाना हैं , वही अनुभव पाने योग्य है। -महात्मा बुद्ध(
- 10 best buddha thoughts Hindi
• ध्यान से ज्ञान पैदा होता है और ध्यान के बिना ज्ञान खो जाता है।
• एक पल एक दिन को बदल सकता है, एक दिन . एक जीवन बदल सकता है, और एक जीवन पूरी दुनिया को बदल सकता है।
• आप केवल वही चीज खोते हैं, जिससे आप बंधे होते हैं।
• हम अपने विचारों से आकार लेते हैं। जैसा हम सोचते हैं, वैसे हो जाते हैं।
• स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा
धन और वफादारी सबसे सच्चा संबंध है। . जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो। फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी, इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता।
• जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है, सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है।
• बुराइयों से दूर रहने के लिए अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन को अच्छे विचारों से भर लीजिए।
• हम तभी असफल होते हैं, जब असत्य का सहारा लेते हैं।
• हमेशा याद रखें कि बुरा कार्य करना मन में बोझ
रखने के समान है।
Buddha Quotes in hindi
3: दूसरों पर विजय प्राप्त करने से ज्यादा कहीं बेहतर है खुद पर विजय प्राप्त करना -गौतम बुद्ध
4: समय और भाग्य दोनों परिवर्तन शील हैं दोनों पर कभी अहंकार नहीं करना चाहिए
5: अपने ऊपर विजय पाने वाला ही सबसे बड़ा विजेता है!! – गौतम बुद्ध
6:हजारों लड़ाइयाँ जीतने से बेहतर है कि आप खुद को जीत लें, फिर वो जीत आपकी होगी जिसे कोई आपसे नहीं छीन सकता ना कोई स्वर्गदूत और ना कोई राक्षस।
– गौतम बुद्ध
7: अपना रास्ता स्वयं बनाये क्योकि हम अकेले पैदा होते हैं और अकेले ही मृत्यु को प्राप्त होते है। इसलिए हमारे अलावा कोई और हमारी किस्मत का फैसला नही कर सकता।– गौतम बुद्ध
8:मनुष्य क्रोध को प्रेम से, पाप को सदाचार से, लोभ को दान से और झूट को सत्य से जीत सकता है…! – गौतम बुद्ध
9: धैर्य बहुत ही महत्वपूर्ण है, याद रखिये : बूँद बूँद करके ही जग भरता है – गौतम बुद्ध
10: आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से इर्श्या कीजिये. जो दूसरों से इर्श्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती
– गौतम बुद्ध
11: आपको जो कुछ मिला है उस पर घमंड ना करो और ना ही दूसरों से ईर्ष्या करो, घमंड और ईर्ष्या करनेवाले लोगों को कभी मन की शांति नहीं मिलती। – गौतम बुद्ध
12: क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दुसरे व्यक्ति पर फेंकने कि इच्छा से पकडे रहने के सामान है यह सबसे पहले आप को ही जलाता है ।।– गौतम बुद्ध
14: इंसान के अंदर ही शांति का वास होता है, उसे बाहर ना तलाशें। – गौतम बुद्ध
मन के हारे हार है मन के जीते जीत लौहशांग हाथी की यह कथा बताती है
कि मनोबल हो तो हर हालत में जीत संभव है।गौतम बुद्ध अपने भिक्षुओ के साथ विहार करते हुए शल्यवन में एक वट वृक्ष के नीचे बैठ गए । धर्म चर्चा शुरू हुई और उसी क्रम में यह भिक्षु ने उनसे प्रश्न किया,
ʼभगवन !कई लोग दुर्बल और साधनहीन होते हुए भी कठिन से कठिन परिस्थितियों को भी मात देते हुए बड़े-बड़े कार्य कर जाते हैं , जबकि अच्छी स्थिति वाले साधन संपन्न लोग भी उन कार्यों को करने में असफल रहते हैं ।
इसका क्या कारण है ? बुद्ध उन्हें समझाने के लिए एक प्रेरक कथा सुनाने लगे विराटनगर के राजा सुकिति के पास लौहशांग नामक एक हाथी था।
राजा ने कई युद्धों में इस पर आरूढ़ होकर विजय प्राप्त की थी । शैशव से ही लौहशांग(हाथी) को इस तरह प्रशिक्षित किया था कि वह युद्ध कला में बड़ा प्रवीण हो गया था सेना के आगे चलते हुए पर्वताकार
लौहशांग(हाथी)जब प्रचंड हुंकार भरता हुआ शत्रु सेना में प्रवेश करता तो विपक्षियों के पाव उखड़ जाते थे। धीरे-धीरे समय के साथ जिस तरह जन्म के साथ सभी
प्राणियों को युवा और जरा अवस्था (वृद्धावस्था) से गुजरना पड़ता है उसी क्रम में लौहशांग(हाथी)भी वृद्ध होने लगा उसकी चमड़ी झूल गई और युवावस्था वाला पराक्रम जाता है ।
अब वह हाथीशाला की शोभा मात्र बनकर रह गया एक वार लौहशांग(हाथी) हाथीशाला से निकलकर पुराने तालाब की ओर चल पड़ा,जहां उसे पहले कभी आया ले जाया करता था उसने भरपेट पानी पीकर प्यास बुझाई और जल में स्नान के लिए चल पड़ा। उस तालाब में कीचड़ बहुत था दुर्भाग्य से वृद्धा हाथी उसमें फंस गया यह
समाचार राजा सुकीति तक पहुंचा तो वह बड़े दुखी हुए हाथी को निकलवाने के लिए बहुत से प्रयास किए गए जब सारे प्रयास विफल हो गए
उसे इस दयनीय दिशा के साथ मृत्यु के मुख में जाते देखकर सभी दुखी हुए । जब सारे प्रयास विफल हो गए तब एक चतुर मंत्री ने युक्ति सुझाई ।
उसके अनुसार हाथी को निकलवाने का प्रयत्न करने वाले सभी लोगों को वापस बुलाया गया और उन्हें युद्ध में जाने वाले सैनिकों की वेशभूषा पहनाकर गई।
युद्ध में बजने वाली रंणभोरियां मंगवाई गई।
हाथी के सामने युद्ध के नगाड़े बजाने लगे और सैनिक इस प्रकार कूच करने लगे जैसे वह शत्रुपक्ष की ओर से लौहशांग(हाथी) की ओर से लड़ रहे हैं यह दृश्य देखकर लौहशांग(हाथी) ने पूरी ताकत से चिंधाड़ लगाई और शत्रु सैनिकों पर आक्रमण करने के लिए पूरी शक्ति लगाकर बाहर निकल आया …
इस प्रकार मन के हरे हार है मन के जीते जीत
2.Buddha thoughts Hindi
– गौतम बुद्ध
17: बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।– गौतम बुद्ध
18: भूतकाल में मत उलझो भविष्य के सपनों में मत खो जाओ वर्तमान पर ध्यान दो यही खुश रहने का एक मात्र रास्ता हैं।– गौतम बुद्ध
19: तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध द्वारा दंड पाओगे!!– गौतम बुद्ध
20: बुराइयों से दूर रहने का एक ही तरीका हैं अच्छे विचारों को अपने जीवन में आने दीजिये”
– गौतम बुद्ध
gautam buddha thoughts hindi
21: एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते हैं फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नही होती। उसी तरह खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं कम नही होती– गौतम बुद्ध
23: बुराइयों से दूर रहने के लिए, अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन को अच्छे विचारों से भर लीजिए। – गौतम बुद्ध
24: क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थी को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है – गौतम बुद्ध
26: तीन चीजे कभी छुप नही सकती है – सूर्य चंद्रमा और सत्य॥– गौतम बुद्ध
27: – सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियाँ कर सकते हैं – या तो पूरा रास्ता तय नही करता! या फिर शुरुवात ही नही करता!!
– गौतम बुद्ध
28:- एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लम्बी लगती है, एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बड़ी दूर नजर आती है। इसी तरह सच्चे धर्म से बेखबर मूर्खों के लिए जीवन-मृत्यु का सिलसिला भी उतना ही लंबा होता है। – गौतम बुद्ध
29:- पूजा करने से धर्म का कोई भी संबंध नही हैं धर्म का संबंध हैं –शांत होने से, मौन होने से, शून्य होने से।
– गौतम बुद्ध
30:- मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थ्य का रहस्य हैअतीत पर शोक मत करो ना ही भविष्य की चिंता करो, बल्कि बुद्धिमानी और ईमानदारी से वर्तमान में जियो– गौतम बुद्ध
31:- एक पल एक दिन को बदल सकता है, एक दिन एक जीवन को बदल सकता है, और एक जीवन इस दुनिया को बदल सकता है।– गौतम बुद्ध
32:- किसी परिवार को खुश, सुखी और स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरुरी है अनुशासन और मन पर नियंत्रण अगर कोई व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण कर ले तो उसे आत्मज्ञान का रास्ता मिल जाता है। – गौतम बुद्ध
33:- यह कोई मायने नहीं रखता की आपने शुरुआत छोटे से की या बड़े से यदि आप उस शुरुआत को अंत तक ले जाते हो तो आप एक दिन वो सबकुछ हासिल कर सकेंगे जो आप चाहोगे– गौतम बुद्ध
34: .तुम खुद की संगत में नही हो तो फिर तुम गलत संगत में हो तुम खुद अपनी संगत का आनंद नही
लेते हो तो कोई और तुमसे कैसे आनंदित हो सकता हैं। – गौतम बुद्ध
35:- अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य हैं अन्यथा आप अपनी मन और सोच को अच्छा और साफ नही रख पाएंगे।– गौतम बुद्ध
36:- खुशियों का कोई रास्ता नही खुश रहना ही रास्ता हैं। इंसान के अंदर ही शांति का वास होता हैं उसे बाहर न तलाशे।– गौतम बुद्ध
37:- स्वस्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफादारी सबसे बड़ा सम्बन्ध है– गौतम बुद्ध
38:- हमारा दिमाग ही हमारा दोस्त और हमारा दुश्मन है.– गौतम बुद्ध
39: सबसे अँधेरी रात अज्ञानता है – गौतम बुद्ध
40: बिना सेहत के स्वस्थ्य जीवन की कल्पना करना बेमानी है जो की पीड़ा की स्थिति होती है जिसे मौत का प्रतिबिम्ब कहा जा सकता है.
– गौतम बुद्ध
41: अगर बुराई से दूर रहना है तो अच्छाई को बढ़ावा दीजिये और खुद के मन में अच्छे अच्छे विचार का विकास करे।– गौतम बुद्ध
42: जीवन में अगर अच्छे संबंध पाना हो तोअपने संबंधो में सच्चाई की मिठास जरुर घोलियें क्योंकि सच्चाई और सच्चे संबंध हमेशा कायम रहता है॥– गौतम बुद्ध
43: यदि हम अपनी समस्या का हल निकाल सकते है तो फिर चिंता करने की क्या जरूरत, और यदि समस्या का कोई हल ही नही तो फिर उसका चिंता करने से कोई फायदा ही नही॥– गौतम बुद्ध
44 अपने जीवन में ऐसे इंसान को कभी दूर मत करना जो सलाह कड़वी देता हो लेकिन दुःख में मरहम भी बनता हो– गौतम बुद्ध
45: आकाश के लिए पूरब और पश्चिम में कोई भेद नहीं है. परन्तु लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और यही सच है – गौतम बुद्ध
46: हर सुबह हम एक नया जन्म लेते हैं और हम आज क्या करेंगे ये सबसे अधिक मायने रखता है. – गौतम बुद्ध
47: जीवन में किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है। – गौतम बुद्ध
48: .एक आदमी सिर्फ और सिर्फ बोलते रहने की वजह से ज्ञानी नही कहलाता बल्कि वह शांतिपूर्ण, प्यारा, और निडर होने की वजह से ज्ञानी कहलाता हैं।– गौतम बुद्ध
49: जैसे ही एक मोमबत्ती आग के बिना जल नहीं सकती है, पुरुष आध्यात्मिक जीवन के बिना जी नहीं सकते हैं।– गौतम बुद्ध
50: किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं. हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं– गौतम बुद्ध
51 .किसी जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से ज्यादा डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है पर बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुक्सान पहुंचा सकता है– गौतम बुद्ध
52. अगर आप सही रास्ते पर चल रहे है तो आपका काम है लगातार आगे चलते रहना– गौतम बुद्ध
Goutam buddha ke anmol vichar
1 एक मूर्ख व्यक्ति एक समझदार व्यक्ति के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में सच को उसी तरह से नहीं देख पाता, जिस तरह से एक चम्मच, सूप के स्वाद का आनंद नहीं ले पाता है।
2 किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं.
3. मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकि है!मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया जा चूका है
4 कभी नहीं देखता कि क्या किया जा चुका है; मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है.
5 किसी चीज पर यकीन मत करो ये मायने नहीं रखता कि आपने उसे कहाँ पढ़ा है या किसने उसे कहा है। कोई बात नहीं अगर मैंने ये कहा है जब तक कि वो आपके अपने तर्क और समझ से मेल नही खाती
6 किसी छोटे काम की शुरुआत करना किसी बड़े काम को अंत देने की शुरुआत हैं।
7.आप चाहे जितनी भी किताबें पढ़ ले कितने भी अच्छे शब्द सुन ले उनका कोई फायदा नही जब तक की आप उनको अपने जीवन में नही अपनाते।
8 “सत्य के मार्ग पर चलते हुए कोई दो ही गलती कर सकता है; एक पूरा रास्ता तय न करना और दूसरी इसकी शुरुआत ही न करना”
10 भले ही चाहे कितने अच्छी बातो को पढ़ ले या उन्हें सुन ले उसका तबतक फायदा नही है जबतक हम खुद उसपर अमल नही करते है
11 ये कभी मत सोचो की ये क्या हो गया बल्कि ये हमेसा करने की सोचो की हमे आगे क्या करना है.
12 यदि हम अपने पसंद का काम ढूढ़ते है तो हमारा फर्ज है की उस काम को करने में खुद को लगा देना होता है
13.बहुत ही खूबसूरत लाईनें!..कभी किसी की हालात पर न हसें क्योंकि इंसान भले भूल जाये पर वक़्त कभी नहीं भूलता
14 जीवन में किसी का “भला” करोगे तो “लाभ” होगा क्योंकि“भला” का उल्टा “लाभ” होता है ,जीवन मे किसी पर “दया” करोगे तो वो “याद” करेगा क्योंकि“दया” का उल्टा “याद” होता है
15.खुद को अपने नज़र में उठाना सीखो क्योंकि यहाँ भगवान तक को नहीं छोड़ा जाता
16एक साधू के द्वारा कहे गए Satya vachan-:अमीरों का आधा धन वे ये बताने में खर्च कर देते हैंकी वे वास्तव में अमीर हैं |
17.रिश्ते उतने उतने ही लोगों से बनाओ जो निभानेकी औकात रखते हों
18.जो इंसान बहुत ज्यादा झगड़ने के बावजूद भी आपको मनाने की कला रखता हैतो समझलो की वो आपसे बेहिसाब मोहब्बत करता है
19 वफ़ा करनी है तो माँ बाप से करोदुनियां आपको तभी प्यार करेगी जब आपके पास दुनियां वालों के लिए कुछ होगा
20 अजीब तरह गुजर रही है जिंन्दगी सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ और मिला कुछ बुद्ध ने अपना पहला उपदेश कहाँ दिया था?
क्या बुद्ध एक विष्णु हैं? हिंदू धर्म के वैष्णव धर्म संप्रदाय में, ऐतिहासिक बुद्ध या गौतम बुद्ध को हिंदू भगवान विष्णु का अवतार माना गया है । विष्णु के दस प्रमुख अवतारों में , वैष्णव गौतम बुद्ध को नौवें और सबसे हाल के अवतार के रूप में मानते हैं