सब कुछ खोने से ज्यादा बुरा क्या है? उस उम्मीद को खो देना जिसके भरोसे हम सब कुछ वापस पा सकते हैं।- स्वामी विवेकानंद
Swami vivekananda Suvichar in hindi
1. अब तक की सबसे बड़ी खोज यह है कि व्यक्ति महज अपना दृष्टिकोण बदलकर अपना भविष्य बदल सकता है।
2. “दुनिया को जैसा देखेंगे, वैसी ही नजर आएगी। इसलिए दूसरों में कमियां निकालना छोड़िए। अगर हो सके तो उनके कष्ट दूर कीजिए। – स्वामी विवेकानंद”
3 “इतने समय से करोड़ों लोग भूख और अज्ञान में रहते हैं, मैं हर व्यक्ति को देशद्रोही समझता हूँ जिन्होंने उनके ही पैसे से पढ़कर उनके लिए कुछ नहीं किया ?”
– स्वामी विवेकानन्द
3. जीवन में संबंध होना बहुत जरूरी है पर उससे भी जरूरी है उन संबंधों में जीवन होना
4. दिन में कम से कम एक बार खुद से बात जरूर करें वरना आप और दुनिया के बेहतरीन इंसान से नहीं मिल पाएंगे
5 .हमारे विचार चीजों को खूबसूरत या बदसूरत बनाते हैं
सारी दुनिया हमारे मन में ही है इसलिए चीजों को नई रोशनी में सकारात्मकता से देखना सीखे
6 .एक रास्ता खोजो। उस पर विचार करो। विचार
को जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो।
सपना देखो, जियो। मस्तिष्क, मांसपेशियों,
शरीर के प्रत्येक भाग को उस विचार से भर दो।
सफलता का यही रास्ता है।
3.जिस किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या न
आए, तो मान लीजिए आप गलत मार्ग पर हैं।
4.” एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय
अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ.”
5.सत्य को स्वीकार करना जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है।
6.आप जोखिम लेने से भयभीत न हो, यदि आप
जीतते हैं, तो आप नेतृत्व करते है, यदि हारते है,
तो आप दूसरों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
7.जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है.
8.जब तक आप खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते.
9.यदि परिस्थितियों पर आपकी मजबूत पकड़ है तो जहर उगलने वाला भी आपका कुछ नही बिगाड़ सकता।
10.हम भगवान को खोजने कहां जा सकते हैं अगर उनको अपने दिल और हर एक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते।
11.खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
12.यही दुनिया है; यदि तुम किसी का उपकार करो, तो लोग उसे कोई महत्व नहीं देंगे। किन्तु ज्यों ही तुम उस कार्य को बंद कर दोगे, वे तुरन्त तुम्हें बदमाश प्रमाणित करने में नहीं हिचकिचायेंगे।
13.हमे ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैर पर खड़ा हो सके।
14.दिन-रात अपने मस्तिष्क को, उच्चकोटि के विचारो से भरो। जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा होगा।
15.हम हमेशा अपनी कमज़ोरी को अपनी शक्ति बताने की कोशिश करते हैं,अपनी भावुकता को प्रेम कहते हैं और अपनी कायरता को धैर्य
16.किसी की निंदा ना करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।
17.कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आँखें मूंदकर उसके पीछे न चलिए। यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख, नाक, कान, मुँह, मस्तिष्क आदि क्यों देता…?
18.शक्ति जीवन है कमजोरी मृत्यु है विस्तार जीवन है संकुचन मृत्यु है प्यार जीवन है नफरत मृत्यु है-स्वामी विवेकानंद
जीवन में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि पहले हम खुद में विश्वास रखें और फिर ईश्वर में। जिस व्यक्ति को खुद पर विश्वास नहीं होता, उसका जीवन शंकाओं से घिर जाता है।
एक मनुष्य आपके पास आता है। वह खूब पढ़ा लिखा- सभ्य है। फिर भी वह अपना असर नहीं छोड़ पाता। वहीं दूसरा मनुष्य गिने-चुने शब्द बोलता है। फिर भी वह खूब असर कर जाता है। मतलब प्रभाव केवल शब्दों का ही नहीं होता, व्यक्तित्व का होता है।
लिखाई पढ़ाई का एकमात्र उद्देश्य व्यक्तित्व को गढ़ना है। लेकिन हम सिर्फ बहिरंग पर ही पानी चढ़ाने का काम करते हैं। जहां व्यक्तित्व का ही अभाव है। वहां बहिरंग पर पानी चढ़ाने का प्रयत्न करने से क्या लाभ?
स्वमी विवेकानंद के सुविचार हिन्दी
बाहर की दुनिया बिलकुल वैसी है, जैसा कि हम अंदर से सोचते हैं। हमारे विचार ही चीजों को सुंदर और बदसूरत बनाते हैं। पूरा संसार हमारे अंदर समाया हुआ है, बस जरूरत है चीजों को सही रोशनी में रखकर देखने की।
Quote 32,हमें हमारे विचार ही बनाते हैं इसलिए शब्दों पर नहीं अपनी सोच पर ध्यान दें विचार हमेशा जिंदा रहते हैं -स्वामी विवेकानंद
We make our thoughts only, so focus on your thinking, not on words, thoughts are always alive – Swami Vivekananda
- Quotes.31 जिसने ने भी साथ ढूंढा समझ लो उसे सफलता पीछे छूट गई क्योंकि भीड़ कभी शिखर पर नहीं पहुंचती
Whoever found it with them, got success behind because the crowd never reached the summit.
- Quotes.30 वो मजबूत आदमी है, जो कहता है कि मैं अपनी किस्मत स्वयं बनाऊंगा -स्वमी विवेकानंद
it is the strong man who stands up saye i will make my fate”-Swami vivekananda
- Quotes.29 संगति आप को ऊंचा उठा भी सकती है और यह आप की ऊंचाई को खत्म कर सकती है
Consistency can also lift you high and it can eliminate your height
- Quotes.28 हम में से प्रत्येक को यही विश्वास रखना चाहिए कि संसार के अन्य सभी लोगों ने अपना कार्य संपन्न कर डाला है एकमात्र मेरा ही कार्य शेष है और जब मैं
अपना कार्यभार पूरा करूंगा तभी संसार संपूर्ण होगा
हमें अपने सिर पर यही दायित्व लेना है
- Each one of us should believe that all the other people of the world have done
- their work, the only work left for me and the world will be complete when I complete my assignment.We have to take this responsibility on our head
- Quotes.27 मनुष्य ईश्वर की पूजा इसलिए करता है कि ईश्वर उसके इस उद्देश्य की पूर्ति का साधन है उसके जीवन का लक्ष्य है इंद्रियां विषय भोग और वह सोचता है कि ईश्वर एक
ऐसा व्यक्ति है जो अत्यधिक काल तक उसे इस विषय भोग दे सकता है इसी तरह से से वह ईश्वर की उपासना करता है
- Man worships God because God is the means to fulfill his purpose. The goal of his life is to enjoy the senses and he thinks that God is a person who can enjoy him for a long time in this way. He worships god
- Quotes.26 हे महाऋषियों आप ठीक ही कहते थे … जो किसी व्यक्ति विशेष के आश्रय रहता है वह सत्य रूपी प्रभु की सेवा नहीं कर सकता।
। शांत हो मेरी आत्मा नि: संग हो जाओ ।।
- Hey great men, you used to say right … The person who lives in the shelter of a particular person cannot serve the true God.
swami vivekanand ke vichar
- Quotes.25 एक पुस्तकालय महान व्यायामशाला है जहाँ हम अपने मन को मजबूत बनाने के लिए जाते हैं
-Swami vivekanand
- A library is tha great gymnasiums where we go to make our minds strong
- Quotes.23 : यदि अच्छी चीजें आये तो उनका स्वागत है यदि वो जाती है’ तो भी उनका स्वागत है ! जाने दो ! जब वह आती है ,तो भी धन्य है जब जाती हैं तो भी धन्य है।
- If good things come, they are welcome If she leaves’ she is still welcome! let it go ! Blessed when she comes, Blessed even when she goes.
- Quotes.22: नेतृत्व करते समय सबके दास हो जाओ निस्वार्थ हो और कभी एक दोस्त को पीठ पीछे दूसरे की निंदा करते मत सुनो अनंतत: सफलता तुम्हारे हाथ लगेगी।
- While leading everyone, be a slave to everyone, be selfless and never listen to one friend backstage condemning the other, success will be in your hands forever.
- 21 स्वामी विवेकानंद जी कहते हैं कि तुम अपनी मंजिल को तो रातों-रात। नहीं बदल सकते, अपनी दिशा को रातों रात बदल सकते हैं
- Swami Vivekananda says That you can reach your destination overnight. Can’t change Change your direction overnight
- 20 कानून मकड़जाल की तरह होता है, जब कोई कमजोर और बीमार फसता है, तो मारा जाता है जबकि शक्तिशाली और बलवान जाल तोड़कर भाग जाता है।
- The law is like a maze, when someone who is weak and sick falls, is killed, while a powerful and strong trap breaks and runs away.
- 19 कानून मौत की तरह होना चाहिए जो किसी को ना बक्शे।
- The law should be like death that no one spares.
मध्य युग में चोर डाकू अधिक थे अब छल कपट करने वाले अधिक है
तुच्छ वस्तुओं के लिए कभी प्रार्थना ना करें यदि आप केवल शारीरिक आराम की ही आकांक्षा करते हो तो पशु और मनुष्य में अंतर नहीं क्या है।
Never pray for trivial things
If you only desire physical rest, then what is the difference between animals and humans?
मेहनत से जीवन की हर
मुश्किल से बाहर निकला जा सकता है
–स्वामी विवेकानंद
Hard work can get out of every difficulty in life
–Swami Vivekananda
मनुष्य जाति को इस प्रकार पुकारना हैं
कि जागो उठो और धैर्य की उपलब्धि के बिना रुको नहीं यही एकमात्र कर्म है त्याग ही धर्म का सार है और कुछ नहीं।
Mankind has to be called in such a way that wake up and wait without the achievement of patience, this is the only karma, renunciation is the essence of religion and nothing else
मनुष्य के चरित्र का नियमन करने वाली 2 चीजें होती हैं: ” बल और दया ” बल का प्रयोग सदैव हम सभी
शक्तियां और सुविधाओं और स्वास्थ्य उपयोग करने के लिए करते हैं ‘दया दैवी संपत्ति है।
–स्वामी विवेकानंद
There are 2 things that govern the character of man: “Force and kindness”.
We always use force to use all powers and facilities and health. ‘Mercy is divine property.
सौंदर्य और यौवन का नाश हो जाता है जीवन और धन का नाश हो जाता है नाम और यश का विनाश हो जाता है पर्वत भी चूर चूर होकर मिट्टी हो जाते हैं मित्रता और
प्रेम भी नश्वर है एक मात्र सत्य ही चिरस्थाई है
Beauty and youth perish; life and wealth perish; Name and fame perish
The only truth is everlasting
मनु ने सन्यासियों के लिए कहा है कि अकेले रहो और अकेले चलो सारा संसार बच्चे का खेल मात्र है – प्रचार करना, शिक्षा देना, तथा सभी कुछ..
।The whole world is just a child’s play -preaching, teaching, and everything
मुझे इस बात का विश्वास नहीं है कि वह भगवान जो मुझे यहाँ रोटी नहीं दे सकता वही मुझे स्वर्ग में अनंत खुशी दे सकता है ।।
I do not believe that the God who cannot give me bread here can give me eternal happiness in heaven.
जैसे भी हो सकते हैं हमें संघ को द्रढ प्रतिष्ठा और उन्नत
बनाना होगा और उससे हमें सफलता मिलेगी
However we may be, we will have to strengthen the Sangh’s strong reputation and it will give us success.
मनुष्य जैसे जैसे उन्नति करता है विवेक ओर प्रेम उसके
जीवन के आदर्श बनते जाते हैं। उसकी इन बातों का जैसे जैसे विकास होता है वैसे ही उसके इंद्रिय विषयों में
आनंद करने की शक्ति क्षीण होती जाती है.
As a man progresses, wisdom and love become his life’s ideals.
As the development of these things develops, so does the power to rejoice in his senses.
जब मनुष्य कहता है कि मैं ऐसा स्थान को जाना चाहता हूं जहां इंदियों के सुखोंपभोग और बहुत अधिक होगा
तब यह नहीं समझता कि मैं यह क्या मांग रहा हूं तो वह
पशु स्तर में पतित होने पर ही प्राप्त कर सकता है
When a man says that I want to go to a place where thePleasures of the senses will be more then I do not understand
what I am asking for, then he can only get it if he falls into the animal level
“मारें तो हाथी” लूटे तो भंडारा ” भिखारियों को लूट कर या चीटियों का शिकार करके क्या लाभ
होता हो सकता है अतः यदि प्रेम करना है तो
ईश्वर से करो इन सांसारिक वस्तुओं की परवाह कौन करता है यह संसार मिथ्या है
What can be benefited by robbing beggars or hunting ants, so if you want to love, do to God, who cares about these worldly things, this world is false.
किसी मनुष्य की आध्यात्मिक सहायता कहना ही उसकी सबसे बड़ी सहायता हम देखते भी हैं कि जिन व्यक्तियों
ने मनुष्यों की अध्यात्मिक सहायता की है वहीं वास्तव में
सबसे अधिक शक्ति संपन्न थेआध्यात्मिक सहायता से नीचे है बौद्धिक सहायता। यह ज्ञान दान भोजन और वस्त्र के लिए है। दान से कहीं श्रेष्ठ है तो केवल नहीं वरन
प्रादान से भी श्रेष्ठ हैं
क्योंकि ज्ञान ही मनुष्य का प्रकृत जीवन है अज्ञान ही ” मृत्यु ” और ‘ज्ञान’ ही जीवन
# हमारी उंगली में एक कांटा चुभ जाए तो उसे निकालने के लिए हम दूसरे कांटा काम मैं लाते हैं लेकिन जब निकल जाता है तो हम दोनों को ही फेंक देते हैं
फिर हमें दूसरे कांटे को रखने की कोई
आवश्यकता नहीं रह जाती है इसी प्रकार कुसंस्कारों का नाश शुभ संस्कारों द्वारा करना चाहिए
If we prick a fork in our finger, then we use another fork to remove it, but when it comes out, we throw both of them,
then we have no need to keep the other fork.In the same way, Kuskars should be destroyed by auspicious rituals.
‘समस्त प्रकृति आत्मा के लिए है, आत्मा प्रकृति के लिए नहीं।
#यदि हम निरंतर ईश्वर में विश्वास रखते हैं तो। यहाँ हम अपने सभी कर्मों के फल ईश्वर को समर्पित कर देते हैं।
If we continuously believe in God. Here we dedicate the fruits of all our actions to God.
यदि लोगों का ईश्वर की सत्ता में विश्वास बना रहेगा।
तो वह सत्य और नीतिपारण बन जाएगा और इसलिए अच्छे नागरिक होंगे
If people believe in the power of God.
Then it will become true and ethical and so will be good citizens
# किसी धर्म का उद्देश्य जितना उच्च होता है उसका संगठन उतना ही सूक्ष्म होता है।
The higher the purpose of a religion, the more subtle is its organization.
धर्म प्रेरणा से मनुष्य जितना निष्ठूर हो जाता है
उतना ही और कोई प्रेरणा से नहीं; उसी प्रकार धर्म प्रेरणा से मनुष्य जितना कोमल हो जाता
है उतना ही और कोई प्रवृत्ति से नहीं।
Inspired by religion, man becomes as cruel as any other;
In the same way, man becomes as gentle as religion by inspiration and not by any tendency.
#.जीने के साथ लगातार सीखते भी जाना चाहिए इस
भरोसे पर नहीं रहना चाहिए कि उम्र अपने साथ बुद्धि भी लेकर आएगी
31 .जो आपकी मदद कर रहा है उन्हें न भूलें
जो आपको प्यार कर रहे हैं उनसे नफरत न करें
जो आप पर विश्वास कर रहे हैं उन्हें धोखा ना दे ..!
who is helping you dont forget them who is loving you dont hate them
who is believing you dont cheat them
-Swami vivekananda
Swami vivekanand (facts) in hindi
- 1 क्या आप जानते हैं कि स्वमी विवेकानंद जी ने किस हद तक लोगो को प्रभावित किया ?
- भगिनी क्रिस्तिन ने लिखा है धन्य हैं वह देश है जिसने उन्हें जन्म दिया है धन्य है वह मानव जो उस समय इस
- 2.धरती पर जीवित थे और धन्य है वह कुछ लोग- धन्य, धन्य, धन्य, जिन्हें उनके पद चरणों में बैठने का सौभाग्य मिला।
- 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद जयंती का दिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में देश भर में मनाया जाय। भारत सरकार को ऐसा अनुभव हुआ कि भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा और ज्ञान का बहुत बड़ा स्रोत हो सकता है। “
- 3.हमारे भूतपूर्व प्रधानमंत्री ” जवाहरलाल नेहरू ” ने पहले ही स्वामी जी के
- 4.प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि मैं नहीं जानता हमारी पीढी में कितने लोग स्वामी विवेकानंद के भाषणों और लेखों को पढ़ते हैं
- लेकिन मैं उन्हें निश्चित रूप से बता सकता हूं कि मेरी पीढ़ी के बहुत से युवा उनके भाषण और लेखो द्वारा अत्यधिक मात्रा में प्रभावित हुए थे।
- 5 स्वामी जी को ”तूफानी हिंदू” कहा जाता हैं
About of Swami Vivekananda’s Hindi
6.स्वामि विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 कलकत्ता में हुआ था उनके बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था पिता श्री का नाम विश्वनाथ दत्त था
स्वामी विवेकानंद अपनी छोटी- सी जिंदगी में कई बड़े सबक दे गए। 1886 की बात है। गुरु रामकृष्ण ने पूछा- क्या चाहता है? वे बोले-निर्विकल्प समाधि ! रामकृष्ण ने कहा- इतनी हीन सोच? मैंने तो सोचा था तू वटवृक्ष बनेगा, हजारों को आश्रय देगा। तू तो सिर्फ अपनी मुक्ति की सोच रहा है। यह सुनकर विवेकानंद के आंसू बह निकले। फिर एक दिन वे समाधि में बैठे और बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय और सत्य के प्रचार का संकल्प लेकर ही उठे!
स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं। “क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो, मैं आपके दिल में हूँ,
और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो तो मैं आपके दिमाग में हूं! पर रहूंगा आप के पास ही
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं से कहा था कि आप साढ़े तीन हाथ के हाड़-मांस के पुतले नहीं हो। आप ईश्वर के अंश हो, अनंत शक्तियों के भंडार हो, दुनिया में कोई काम ऐसा नहीं, जो आप नहीं कर सकते।
संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णय के अनुसार सन 1984 ईस्वी को आंतरिक युवा दिवस घोषित किया गया।
Note:-
उम्मीद है कि ये sawmi vivekananda Suvichar hindi आपको अपने समय के साथ और अधिक बुद्धिमान होने के लिए प्रेरित करेगा। क्या आपने इन प्रेरणादायक swami vivekananda ke vichar का आनंद लिया? आपका पसंदीदा कौन सा उद्धरण था? हमें नीचे टिप्पणी अनुभाग में बताएं। हम इसके बारे में सब सुनना पसंद करेंगे…!