P.v sindhu speech in hindi | badminton pvsindu motivational speech in hindi
पीवी सिंधु कहती हैं कि जो हासिल हुआ, उसी से लें कॉन्फिडेंस
पीवी सिंधु स्पीच
जब मैं एक के बाद एक लगातार बड़े फाइनल्स हार रही थी, तो मुझ पर एक अलग तरह का दबाव बनने लगा था। यह दबाव सोशल मीडिया और अखबारों से झांक रहा था, जिनमें कहा जा रहा था कि मुझे फाइनल फोबिया हो गया है वगैरह… वगैरह। मैं खुद को अलग-अलग तरह से समझाती थी, ऐसे
लक्ष्य जो भी हो यह देखें उसे हासिल कर एक सवाल मजा आएगा कि नहीं
अ ब हर किसी की इच्छा है कि उनका बच्चा स्पोर्ट्स में जाए। पहले ऐसा नहीं था। पहले तो सभी बच्चों को लेकर दो ही सपने देखते थे, कि या तो वो डॉक्टर बने, या इंजीनियर अब बदलाव आ चुका है। अब तो बच्चे भी खेल को बतौर कॅरिअर अपनाना चाहते हैं। यह माहौल खेल के लिए अच्छा है। कि पैरेंट्स अपने बच्चों को खेल में आगे ला रहे हैं।
मैं मानती हूं बच्चों के लिए जरूरी है कि वो अपने और अपने पैरेंट्स के सपनों को हासिल करें। ऐसे मामलों में पैरेंट्स से मिला प्रोत्साहन बहुत मायने रखता है। इससे बच्चा ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित होता है। मेरे पैरेंट्स भी खिलाड़ी रहे हैं, उन्हें पता था
होगा… कड़ी मेहनत करनी होगी। आपके इस सफर में वो मौके आएंगे जब आप थकेंगे और हार मानने लग जाएंगे। ये ख्याल भी आएंगे कि बस, बहुत हो गया.. अब नहीं संभव हो पाएगा। लेकिन इसी वक्त अगर आप अपने लक्ष्य को देखना और उसके बारे में सोचना
वैसे आप कुछ भी करें, ये जरूर जान लें कि जीवन का यह आखिरी काम नहीं है। ऐसे कई लक्ष्य हासिल करने हैं। किसी में आप असफल भी होते हैं तो कोई बात नहीं। सबसे अहम है, चलते रहना। चलते रहेंगे तो सफलता मिलेगी ही।
• दिल्ली में ‘स्मार्ट वैल्यु’ इवेंट में पीवी सिंधु